प्रश्न 1. मृत्युकालीन अभिकथन (Dying declaration) भारतीय साक्ष्य अधिनियम के किस प्रावधान के अन्तर्गत सुसंगत एवं ग्राह्य है ?
(अ) धारा 32 के अन्तर्गत
(ब) धारा 33 के अन्तर्गत
(स) धारा 30 के अन्तर्गत
(द) धारा 24 के अन्तर्गत
सही उत्तर- (अ)
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से किसने प्रमुख वाद पकाला नारायणस्वामी बनाम किंग एम्परर (1939) में अंतिम फैसला दिया ?
(अ) भारत के उच्चतम न्यायालय ने
(ब) प्रिवी काउंसिल ने
(स) मुंबई उच्च न्यायालय ने
(द) भारतीय फेडरल कोर्ट ने
सही उत्तर- (ब)
प्रश्न 3. संस्वीकृति ग्राह्य होती है –
(अ) गुप्त रखने का वचन देकर कराई जाती है
(ब) अभियुक्त उन्मुक्त है
(स) यदि अभियुक्त को उसकी संस्वीकृति के बारे में उसके हक की जानकारी नहीं दी गई है
(द) उपरोक्त सभी
सही उत्तर – (द)
प्रश्न 4. भारतीय साक्ष्य अधिनियम की निम्नलिखित में से कौन सी धारा पुरानी धारा के स्थान पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के द्वारा प्रतिस्थापित की गई है ?
(अ) धारा 39
(ब) धारा 22
(स) धारा 47
(द) धारा 65
सही उत्तर – (अ)
प्रश्न 5. निम्न मे से किसके अंतर्गत मृत्युकालीन कथन ग्राह्य होता है –
(अ) केवल आपराधिक कार्यवाही मे
(ब) केवल सिविल कार्यवाही मे
(स) सिविल तथा आपराधिक कार्यवाही मे
(द) केवल सिविल कार्यवाही मे न्यायालय की अनुमति से
सही उत्तर – (स)
प्रश्न 6. किसी मृत्युकालीन कथन की ग्राह्यता के लिए यह आवश्यक नहीं है कि –
(अ) यह मृत्यु से संबंधित हो
(ब) कथन करने वाला व्यक्ति मरणनसन्न अवश्य हो
(स) कथन करने वाला व्यक्ति सक्षम अवश्य हो
(द) कथन पूर्ण रहा हो
सही उत्तर – (ब)
प्रश्न 7. मृत्युकालीन कथन का प्रारूप –
(अ) महत्वहीन होता है
(ब) महत्वपूर्ण होता है
(स) केवल लिखित मे होना आवश्यक है
(द) मौखिक तौर पर बोला गया होना आवश्यक है
सही उत्तर – (अ)
प्रश्न 8. किसी साक्षी के परीक्षण तथा प्रतिपरीक्षण के उपरांत किसी वाद में याचिका को सक्षम अधिकारिता वाले न्यायालय के समक्ष प्रस्तुति हेतु वापस प्रेषित कर दिया गया। न्यायालय में प्रक्रिया प्रारंभ होने के पूर्व साक्षी की मृत्यु हो गई। उसका कथन-
प्रश्न 10. भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की निम्नलिखित में से कौन सी धारा विधि की पुस्तकों में निहित किसी भी विधि के अंतर्गत कथनों की सुसंगतता के सम्बन्ध में चर्चा करती है-